शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय (सी .टी. ई) रायपुर के सभागार में दिनांक 08/03/2018 को *अंतरष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य* में यूनिसेफ के सदस्यों द्वारा *मासिक हाइजीन प्रबंधन* पर व्याख्यान दिया गया। श्री चटर्जी ने कहा कि मासिक हाईजीन में कमी के चलते छत्तीसगढ़ में महिला मृत्यु दर काफी है । संस्था की सदस्य कुमारी विस्तृता ने शिक्षको और भावी शिक्षको को बताया कि मासिक अब कोई निषेध विषय नही।इस पर खुलकर बात करें। केवल सेनेटरी नैपकिन का प्रयोग करना ही हाइजेनिसिटी नही है अपितु इसमे बहुत सी और बातो का ख्याल ज़रूरी है जैसे लड़कियों के लिए स्कूल में अलग टॉयलेट , डस्टबिन,हाथ धोने की व्यवस्था इत्यादि ।उन्होंने शासन द्वारा स्कूलों को प्रदत्त सेनेटरी वैंडिंग् मशीन और इंसिनरेटर मशीन के रखरखाव और उपयोग पर बल दिया l क्योकि मासिक धर्म को।लेकर बालिकाओं में कई भ्रांतिया होती है अतएव एक वर्ष में कम से कम 80 घंट बालक- बालिकाओं से मासिक धर्म विषय पर चर्चा होनी चाहिए। इस व्याख्यान के माध्यम से महिला शिक्षको के साथ साथ पुरुष शिक्षको को भी जागरूक करने का प्रयास किया गया । रामचंद्रन ने कहा कि साफ सफाई के अभाव में ही कई बीमारियां होती है । यदि जागरूकता का काम स्कूल विभाग द्वारा ही हो जाये तो स्वास्थ्य विभाग का काम आधा हो जाएगा।