शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय शंकर नगर रायपुर में दो दिवसीय वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम 2 व 3 फरवरी 2019 आज डाइट रायपुर के परिसर में जारी रहा। कल 2 फरवरी को इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि माननीय श्री प्रेमसाय सिंह शिक्षा मंत्री छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किया गया था । महाविद्यालय परिसर छात्राध्यापकों के उत्साह व उल्लास से सराबोर है महाविद्यालय के समस्त छात्राध्यापकों को चार सदनों सत्यम, शिवम, सुंदरम एवं मधुरम में बांटा गया है। जिसमें नृत्य, गीत, वादन, प्रहसन, एकल अभिनय आदि की विभिन्न विधाओं में अधिक से अधिक छात्राध्यापक भाग ले सकें। उनकी प्रतिभाओं को मंच मिले और उनका उत्साह बढ़े,जिससे वे स्कूलों में जाकर इन विधाओं को सीखने सिखाने की प्रक्रिया से जोड़कर स्कूली शिक्षा को तनाव मुक्त कर सकें। सर्वप्रथम चारों सदनों की समस्त प्रस्तुतियां महाविद्यालय स्तर पर संपन्न हुई ।चयनित प्रस्तुतियों को वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्थान प्राप्त हुआ। इस तरह हर स्तर पर प्रतिभाओं को अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन करने के मौके उपलब्ध कराए गए ।आज 3 फरवरी को एकल नृत्य, युगल नृत्य , एकल अभिनय, प्रहसन वादन में एकल तबला, एकल हारमोनियम ,समूह वादन प्रतियोगिताएं आयोजित हुई ।वादन विधा के लिए थीम नियत की गई थी।इस थीम का विषय महाविद्यालय में प्रतिदिन होने वाली प्रार्थना और राष्ट्रगीत थे। वादन के सुमधुर सुरों ने दर्शक दीर्घा को मंत्रमुग्ध कर दिया। एकल नृत्य के अंतर्गत सत्यम सदन ने पिया तोसे नैना लागे रे ,शिवम सदन ने शांताकाराम, सुंदरम सदन ने होठों पर ऐसी बात तथा मधुरम सदन ने अप्सरा आली प्रस्तुत कर दर्शकों की तालियां बटोरी। युगल नृत्य प्रतियोगिता अपनी पूरे जोशो खरोश पर रही। सत्यम सदन ने नैनों वाली ने, शिवम सदन ने राजस्थानी फोक तथा सुंदरम सदन ने मोर मन के सुआ गीतों पर नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों की वाहवाही लूटी। एकल अभिनय में सभी सदनों ने अपनी प्रस्तुति दी। ये प्रस्तुतियाॅ अधिकतर बेटी, दहेज जैसे मुद्दों पर आधारित रही। प्रहसन के विषय भी समाज में होने वाली विसंगतियों पर आधारित रहे ।सत्यम सदन चरणदास चोर, शिवम ने जुलूस, सुंदरम ने जामुन का पेड़ तथा मधुरम सदन ने ख्वाहिश विषयों पर अपनी प्रस्तुति दी ।ज्वलंत मुद्दे पर आधारित इन प्रहसनों को दर्शकों की सराहना मिली ।आज के कार्यक्रम के निर्णायक श्री अख्तर अली ,श्री साकेत ठाकुर तथा श्रीमती रचना मिश्रा रही ।कार्यक्रम का समन्वय व्याख्याता श्रीमती लता मिश्रा और उनकी टीम ने किया ।कार्यक्रम का संचालन डॉ डी के बोदले एवं डाॅ सीमा अग्रवाल ने किया। इस पूरे कार्यक्रम के पीछे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ योगेश शिवहरे की प्रेरणा एवं संकल्पना रही। महाविद्यालय के समस्त सदस्यों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की ।इस अवसर पर छ.ग. प्रशासन अकादमी के डायरेक्टर श्री सुभाष मिश्रा की गरिमामयी उपस्थिति रही।