शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय के IQAC के अंतर्गत गाइडेंस एवं काउंसलिंग प्रकोष्ठ के द्वारा कैरियर निर्देशन एवं परामर्श विषय पर बी.एड. एवं एम.एड.के छात्र अध्यापकों के लिए एक व्याख्यान का आयोजन किया गया ताकि कैरियर निर्देशन एवं परामर्श के ऊपर एक अनुप्रायोगिक धारणा बन सके इस हेतु मुख्य वक्ता के रूप में डॉक्टर दीपा दास सहायक प्राध्यापक SCERT रायपुर को आमंत्रित किया गया, जिसमें निम्नांकित बातों पर प्रकाश डाला ।
छात्रों को कैरियर गाएडेंस एवं निर्देशन देने से पहले छात्रों की रुचि, अभिरुचि उनकी मजबूती ,कमजोरी के बारे में जानना चाहिए इसके लिए SWOT एनालिसिस के बारे में बताया गया। गाइडेंस एवं काउंसलिंग के अंतर को समझाते हुए उन्होंने छात्रों के अलग-अलग व्यक्त्तिव के बारे में मल्टीप्ल इंटेलिजेंस, इमोशनल इंटेलिजेंस, लर्निंग स्टाइल्स, कंपटेंसी, सॉफ्ट स्किल्स, मेटाकॉग्निशन लेफ्ट ब्रेन और राइट ब्रेन से जुड़े करियर के बारे में जानकारी प्रदान की उन्होंने आगे यह कहा कि जिंदगी के 40 साल हम कार्य क्षेत्र में गुजारते हैं, अगर हमारा कार्य क्षेत्र अपने रुचि का होगा तो हमारा कार्य हमारे लिए सुगम हो जाएगा इसके अतिरिक्त उन्होंने यह भी बताया कि करियर के साथ एक मनोवैज्ञानिक पक्ष भी जुड़ा हुआ है कि अगर आप पायलट बनना चाहते हैं और आप गणित में अच्छे हैं परंतु आपको ऊंचाई से डर लगता है और आपको स्वयं भी पता नहीं है तो आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है काउंसलिंग को समझाते हुए मैडम दीपा ने गीता का उदाहरण देते हुए कहा कि जब अर्जुन युद्ध क्षेत्र कुरुक्षेत्र में विषाद से भर गया था तो श्री कृष्ण ने अर्जुन की काउंसलिंग की थी, और काउंसलिंग जटिल अवस्था में काफी लंबी भी चल सकती है जैसा कि हम देखते हैं कि प्रश्नों के उत्तर देते समाधान तलाश तलाशते 18 अध्याय के गीता का संरक्षण हो गया शिक्षकों को अपने छात्रों को विषय संबंधित करियर के बारे में तो बताना ही चाहिए और साथ-साथ व्यवसाय और एंटरप्रेन्योरशिप के बारे में जानकारी देते हुए विद्यार्थियों को भविष्य में उपयोगी कौशलों से भी परिचित करवाना चाहिए।
कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती पुष्पा किसपोटा बी,.एड. प्रभारी डॉ. डी.के. बोदेले IQAC समन्वय श्रीमती शेफाली मिश्रा, एम.एड. प्रभारी डॉ. अर्चना वर्मा, श्रीमती कल्पना देशमुख, श्रीमती शांतवना शुक्ला, डॉ भावना बैरागी, श्रीमती रुक्मणी सोनी, सुलभा उपाध्याय, श्वेता सिंह एवं स्वीटी चंद्राकर उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन गाइडेंस काउंसलिंग एवं प्लेसमेंट प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्रीमती धारा बेन के द्वारा किया गया।