प्रेमचन्द्र जंयती
महाविद्यालय में दिनांक 30.07.2016 को मुंशी प्रेमचन्द्र जंयती को पूरे उल्लास के साथ मनाया गया । कार्यक्रम की विषेशता प्रेमचन्द्र की प्रसिद्ध कथा ’’पंच परमेश्वर’ की एक लघु नाटिका के रूप में प्रस्तुति थी।
वेबसाइट एवं शैक्षणिक साफ्टवेयर के उपयोग पर प्रशिक्षण कार्यक्रम
दिनांक 10-8-2016 से 11-08-2016
महाविद्यालय की वेबसाइट के कुछ नए उपकरण एवं अन्य सुधार पर महाविद्यालय के विभिन्न कम्प्युटरों तथा उपकरणों के उपयोग नया शैक्षणिक सॉफ्टवेयर कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें सेन्ट्रल इंडिया कंसल्टेंट्स सर्विस के 02 प्रशिक्षकों श्री अमित नायर एवं श्री जितेन्द्र धोकड़े ने प्रशिक्षण प्राप्त किया ।
प्रशिक्षण में महाविद्यालय के प्राचार्य,एवं समस्त अकादमिक सदस्य एवं कम्प्युटर आपरेटर उपस्थित रहे एवं अपनी आवश्यकताएं एवं समस्याएं बताई जिनका निराकराण प्रशिक्षको द्वारा किया गया ।
महाविद्यालय में दिनांक 27.07.2016 को डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि के अवसर पर पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न मनीषी डा. कलाम व्यक्तित्व ,कृतिघ,महान स्मृतियों पुनः स्मरण किया गया ।
इस अवसर पर प्राचार्य एवं समस्त अकादमिेक सदस्यों के द्वारा डा. कलाम के छायाचित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया एवं उनके जीवन के प्रेरणादायक प्रंसगों को याद किया गया । कार्येक्रम में बी.एड.एवं एम.एड. के समस्त प्रंशिक्षार्थी उपस्थित रहे एवं डा. कलाम के जीवन वृत से प्रेरणा लेने का संकल्प लिया।
पुस्तकालय संचालन संदर्शिका निमार्ण कार्यशाला द्वितीय चरण
शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय शंकर नगर रायपुर में दिनांक 1.08.2016 से 25.08.2016 तक पुस्तकालय संदर्शिका निमार्ण कार्यशाला द्वितीय चरण का अकादिमक सदस्य श्री सुनील मिश्रा के मार्गदर्शन एवं श्री चंद्रा सर के सहयोग से बी.एड एवं एम.एड के प्रशिक्षथियों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
कार्यशाला के आयोजन के पीछे उद्देश्य रहा कि वर्तमान शालओं में पुस्तकालय की निष्क्रियता के कारको को समझ कर उसे सक्रिय बनाने के लिए पुस्तकालय प्रभारी,शिक्षकों एवं छात्रों को उचित मार्गदर्शन एवं प्रोत्साहन देकर पुस्तकालय को विद्यार्थियों के लिए उपयोगी बनाना।
निश्चय ही संदर्शिका निमार्ण से पुस्तकालय को सक्रिय बनाने में उचित मार्गदर्शन प्राप्त होगा।
Training on Gender Equity
From 21.07.2016 to 23.07.2016 a training programme on gender equity was organized in the college in which representatives of diets of 17districts, representatives of RMSA & School teachers participated. This training was provided through a training module “Atmabodh” developed by the college itself to build an environment of equity.